भूकंप सबसे अधिक भयानक प्राकृतिक जोखिमों में से एक हैं, जो कि जीवन और संपत्ति को तबाह करने की क्षमता रखते हैं। चूँकि हमारा देश, उत्तर में हिमालय संघट्ट मंडल से और पूर्व में अंडमान अधोपतन मंडल से घिरा हुआ है, महाद्वीपीय शील्ड क्षेत्र के भीतर आए हाल के बड़े भूकम्पों के इतिहास को देखते हुए, भूकंप और सुनामी ऐसी प्राकृतिक जोखिम हैं, जिनके लिए प्रशासन और जनता सदा तैयारी की स्थिति में रहने की आवश्यकता है। आबादी की अत्यधिक सघनता और मानव निवास का पारंपरिक रूप से स्वाभाविक और अनियमित विकास जनसंख्या के एक बहुत बड़े हिस्से को भूकंप जोखिमों के प्रति असुरक्षित बनाता है। इन भूकंपों के कारण होने वाले भूमि कंपन, द्रवण, भूमि विस्थापन, संभवतः इससे आने वाली बाढ़ और लगने वाली आग नुकसान पहुंचाती हैं, क्योंकि ये बहुत कम समय में व्यापक नुकसान पहुंचा सकते हैं। भूकंप अध्ययन के संबंध में सीएसआईआर-एनजीआरआई का एक लंबा इतिहास है और अधिक खतरे वाले क्षेत्रों में निरंतर अनुसंधान के साथ-साथ बहुमूल्य और सामरिक प्रतिष्ठानों के लिए निरंतर निगरानी के लिए प्रतिबद्ध है ।
इस विषय पर सीएसआईआर-एनजीआरआई में चालू परियोजनाएं नीचे सूचीबद्ध हैं।
शीर्षक: | भूवैज्ञानिक, भूकंपवैज्ञानिक और भूगणितीय डाटा का प्रयोग करते हुए कश्मीर हिमालय में भूकंपी आपद् मूल्यांकन |
उद्देश्य: |
* भूकंप आपद् का सही आकलन करने की दिशा में कश्मीर हिमालय में भूपर्पटी–ऊपरी प्रावार ज्यामिति का प्रतिबिंबन करना, भूपर्पटीय विरूपण का आकलन और संख्यात्मक प्रतिरूपण करना। * दीर्घकालिक जी पी एस प्रेक्षणों से अभिबद्ध मंडल में और उसके आसपास भूपर्पटीय विरूपण का आकलन। * कश्मीर हिमालय में संभाव्य 8 अथवा 9 तीव्रता वाले भूकंपों के कारण होने वाली प्रबल भूमि गति का प्रतिरूपण करना और आपद् आकलन करना। * इस क्षेत्र में भारतीय फलक गति की फलक अन्तःक्रिया और शुद्ध गतिकी के कारण प्रतिबल बढ़ाव का प्रतिरूपण करना। * अवसादी स्तंभों में परिरक्षित अवसादी और द्रावण विशेषताओं से पिछले बृहत् भूकंपों के स्थान और तिथियों को व्यवरुद्ध करना। |
प्रायोजक: | पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय |
अवधि: | 02/2014 - 03/2019 |
प्रतिभागी: | डॉ. प्रकाश कुमार, डॉ. जोशी के. कैथरीन, डॉ. डी. श्रीनगेश, डॉ. वी.एम. तिवारी, डॉ. ए.के. पाण्डेय |
शीर्षक: | प्रायद्वीपीय शील्ड में भूकंपी स्रोतों का अभिलक्षणन |
उद्देश्य: |
* प्रायद्वीपीय शील्ड में गोदावरी और नर्मदा-सोन रिफ्ट प्रणालियों में भूकंपनीयता का अभिलक्षणन करना। * गैर-रिफ्ट प्रणालियों में भूकंपी रूप से सक्रिय भ्रंशों का निरूपण करना। * भारतीय फलक की भू-गतिकी को समझने हेतु उपर्युक्त निविष्टियों का उपयोग करना। |
प्रायोजक: | पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय |
अवधि: | 01/2014 - 12/2016 02.11.2018 तक बढ़ाई गई। |
प्रतिभागी: | डॉ. डी. श्रीनगेश, डॉ. डी.वी. रमणा, डॉ. एम. शेखर, श्री आर. विजय राघवन |
शीर्षक: | अन्वेषणात्मक वेध छिद्रों में वेध छिद्र भूकंपविज्ञान और संबंधित अध्ययनों के माध्यम से कोयना-वार्ना क्षेत्र में भूकंप प्रक्रियाओं का अध्ययन |
उद्देश्य: |
* गभीर प्रवेधन के सटीक स्थान के बारे में योजना तैयार करने के लिए भ्रंश मंडल की ज्यामिति के सटीक निरूपण के लिए वेध छिद्र भूकंपी नेटवर्क की स्थापना करना। * वेध छिद्र डाटा से संरचनात्मक अंशों का अध्ययन और जलविज्ञान सहित सतही एवं आधार लक्षणों के साथ उनका सहसम्बन्ध। * कोयना क्षेत्र में भूकंप स्रोत प्रक्रिया का प्रतिरूपण करना। |
प्रायोजक: | पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय |
अवधि: | 04/2015 - 03/2018 |
प्रतिभागी: | डॉ. एच.वी.एस. सत्यनारायणा, डॉ. कुसुमिता अरोरा, डॉ. डी. शशिधर, डॉ. एम. वेंकटेश्वर्लु, सुश्री एन मल्लिका, श्री ए.एन.एस. शर्मा, श्री के.एन.एस.एस.एस. श्रीनिवास, श्री एम. श्रीहरि राव |
शीर्षक: | नागार्जुन सागर पर भूकंपी अनुवीक्षण स्टेशन |
उद्देश्य: |
* भूकंपी स्टेशन का वार्षिक प्रचालन और रखरखाव। * भूकंपवैज्ञानिक डाटा को संग्रह और विश्लेषण करना। |
प्रायोजक: | आँध्र प्रदेश सरकार |
अवधि: | निरंतर |
प्रतिभागी: | प्रधान अन्वेषक: डॉ. डी. श्रीनगेश |
शीर्षक: | श्री रामसागर पर भूकंपी अनुवीक्षण स्टेशन |
उद्देश्य: |
* भूकंपी स्टेशन का वार्षिक प्रचालन और रखरखाव। * भूकंपवैज्ञानिक डाटा को संग्रह और विश्लेषण करना। |
प्रायोजक: | तेलंगाणा सरकार |
अवधि: | निरंतर |
प्रतिभागी: | प्रधान अन्वेषक: डॉ. डी. श्रीनगेश |
शीर्षक: | आर ए पी पी, राजस्थान में सूक्ष्म-भूकंप अनुवीक्षण स्टेशनों का संस्थापन |
उद्देश्य: | विस्तृत-बैंड भूकंपलेखियों के संस्थापन के जरिए भूकंपनीयता का अनुवीक्षण करना और अवकेन्द्रों पर सही सूचना प्राप्त करना। |
प्रायोजक: | न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड |
अवधि: | 04/2011 - 03/2014 11/2017 तक बढ़ाई गई। |
प्रतिभागी: | प्रधान अन्वेषक: डॉ. एच.वी.एस. सत्यनारायणा |
शीर्षक: | काकड़ापारा परमाणु शक्ति संयंत्र( के ए पी पी) के आस-पास सूक्ष्म-भूकंप अनुवीक्षण |
उद्देश्य: | नाभिकीय शक्ति संयंत्र चरण के ए पी पी-3 एवं 4 का स्थल के ए पी पी स्थल के आस-पास 50 किलोमीटर के क्षेत्र में विस्तृत-बैंड भूकंपलेखियों के संस्थापन के जरिए भूकंपनीयता का अनुवीक्षण करना और अवकेन्द्रों पर सही सूचना प्राप्त करना। |
प्रायोजक: | न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड |
अवधि: | 04/2013 - 11/2016 11/2017 तक बढ़ाई गई। |
प्रतिभागी: | प्रधान अन्वेषक: डॉ. एच.वी.एस. सत्यनारायणा |
शीर्षक: | श्रीशैलम में एन एस आर एस बांध के आस-पास भूकंपी अनुवीक्षण स्टेशन |
उद्देश्य: |
* तीन त्वरणलेखियों और एक भूकंपलेखी का वार्षिक प्रचालन और रखरखाव। * भूकंपवैज्ञानिक डाटा को संग्रह और विश्लेषण करना। |
प्रायोजक: | सिंचाई एवं सी ए डी विभाग, आँध्र प्रदेश सरकार |
अवधि: | निरंतर |
प्रतिभागी: | प्रधान अन्वेषक: डॉ. डी. श्रीनगेश |
शीर्षक: | गोरखपुर, हरियाणा, अणु विद्युत परियोजना (जी एच ए वी पी) स्थल, फतेहाबाद जिला, हरियाणा के आस-पास सूक्ष्म-भूकंप अनुवीक्षण |
उद्देश्य: | नाभिकीय शक्ति संयंत्र स्थल, जी एच ए वी पी, के आस-पास 50 किलोमीटर के क्षेत्र में विस्तृत-बैंड भूकंपलेखियों के संस्थापन के जरिए भूकंपनीयता का अनुवीक्षण करना और अवकेन्द्रों पर सही सूचना प्राप्त करना। |
प्रायोजक: | न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड |
अवधि: | 11/2015 - 10/2018 |
प्रतिभागी: | प्रधान अन्वेषक: डॉ. एच.वी.एस. सत्यनारायणा |
शीर्षक: | कुडंकुलम नाभिकीय शक्ति संयंत्र स्थल, तमिलनाडु राज्य के लिए अधस्तल भ्रंशों के निरूपण के लिए 2 विमीय भूकंपी सर्वेक्षण |
उद्देश्य: | वाइब्रोसीस को स्रोत के रूप में उपयोग करके 70 एल के एम के समानांतर 2 विमीय भूकंपी सर्वेक्षण। संयंत्र स्थल के पास अधस्तल भ्रंशों के निरूपित करना इस अध्ययन का उद्देश्य है। |
प्रायोजक: | न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड |
अवधि: | 02/2016 - 01/2018 |
प्रतिभागी: | प्रधान अन्वेषक: डॉ. एच.वी.एस. सत्यनारायणा |
शीर्षक: | बलाइ स्थलानुरेख के भूवैज्ञानिक और भूभौतिकीय अध्ययन और चुटका स्थल, मध्य प्रदेश के लिए 50 किलोमीटर अर्धव्यास के भीतर जबलपुर-मंडला भ्रंश पर भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के भूवैज्ञानिक मानचित्रों एवं रिपोर्टों का व्यवस्थित अध्ययन |
उद्देश्य: | चुटका स्थल पर प्रस्तावित नाभिकीय शक्ति संयंत्र स्थल के 5 किलोमीटर अर्धव्यास के भीतर भूवैज्ञानिक / भूभौतिकीय अध्ययनों के द्वारा भ्रंशों और स्थलानुरेखों का निरूपण / अभिलक्षणन। |
प्रायोजक: | न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड |
अवधि: | 10/2016 - 03/2018 |
प्रतिभागी: | प्रधान अन्वेषक: डॉ. एच.वी.एस. सत्यनारायणा |
शीर्षक: | प्रस्तावित नाभिकीय शक्ति संयंत्र स्थल, कोव्वाडा, श्रीकाकुलम जिला, आंध्र प्रदेश पर एकीकृत भूवैज्ञानिक और भूभौतिकीय अध्ययन |
उद्देश्य: | श्रीकाकुलम जिले के कोव्वाडा में प्रस्तावित नाभिकीय शक्ति संयंत्र स्थल के 5 और 5-50 किलोमीटर अर्धव्यास के भीतर भूवैज्ञानिक / भूभौतिकीय अध्ययनों के द्वारा भ्रंशों और स्थलानुरेखों का निरूपण / अभिलक्षणन। |
प्रायोजक: | न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड |
अवधि: | 07/2017 - 07/2020 |
प्रतिभागी: | प्रधान अन्वेषक: डॉ. एच.वी.एस. सत्यनारायणा |
पृष्ठ अंतिम अपडेट: 20-02-2023