मानव संसाधन विकास समूह
मानव संसाधन विकास समूह (एचआरडीजी), जो कि सीएसआईआर-राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान का एक प्रभाग है, संगठनात्मक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अलग-अलग कर्मचारियों, दलों, संपूर्ण संगठन के सामर्थ्यों को, संगठन के उच्च स्तरीय निष्पादन, प्रासंगिकता और प्रभाव को सुनिश्चित करने के लिए निरन्तर और योजनाबद्ध तरीके से साकार कर रहा है। युवा और सक्रिय प्रतिभा को उच्च स्तरीय सामर्थ्य हासिल करने के लिए नवोन्मेषी अनुसंधान के माध्यम से शिक्षित करना एचआरडीजी क्रियाकलापों का एक अभिन्न हिस्सा है, उसके द्वारा पृथ्वी विज्ञान (विशिष्ट रूप से भूभौतिकी और भूविज्ञान में) के क्षेत्र में देश की वर्तमान एवं भविष्य अनुसंधान एवं विकास मांगों की पूर्ति करने हेतु कौशल तथा महत्वपूर्ण सामर्थ्य रखने वाले प्रशिक्षित मानव संसाधनों का एक संचय तैयार किया जा रहा है।
मा.सं.वि.स. के क्रियाकलापों में शामिल हैं:
1. एसीएसआईआर - सीएसआईआर की अकादमी
2. सीएसआईआर-एनजीआरआई में पोस्ट-डॉक्टोरल अनुसंधान
3. डॉक्टोरल अध्येता और परियोजना स्टाफ
4. ग्रीष्म/शीतकालीन इंटर्न; स्नातकोत्तर शोध-निबंध
5. आउटरीच कार्यक्रम
6. कौशल विकास
7. परिसर में आवास संबंधी संविधियाँ
मा.सं.वि.स. से संबंधित पूछताछ के लिए, संपर्क करें:
डॉ. आनन्द पी. सिंह, मुख्य वैज्ञानिक एवं प्रधान फोन: 040-27012810 ई-मेल: apsingh@ngri.res.in
डॉ. अभय राम बंसल, प्रधान वैज्ञानिक फोन: 040-27012332 ई-मेल: arb@ngri.res.in
श्री टी. हेम सुन्दर, तकनीकी सहायक फोन: 040-27012317 ई-मेल: hrd@ngri.res.in
नोट: यहाँ 'छात्र' शब्द का प्रयोग एक सामान्य अर्थ में किया गया है। इस शब्द के अंतर्गत विभिन्न परियोजनाओं में कार्यरत परियोजना और अनुसंधान स्टाफ और विभिन्न अध्येतावृत्तियों के अन्तर्गत पीएचडी करने वालों के साथ-साथ विभिन्न विश्वविद्यालयों/संगठनों के पोस्ट-डॉक्टोरल छात्र जो कि एक निर्दिष्ट अवधि के लिए सीएसआईआर-एनजीआरआई में कार्य करना चाहते हैं, शामिल हैं। एनजीआरआई में उनके ठहराव को सुखद बनाने के लिए सीएसआईआर-एनजीआरआई सीएसआईआर द्वारा बनाए गए नियमों के अधीन सभी प्रयास करेगा।
पृष्ठ अंतिम अपडेट: 05-06-2023